इस दुनियामे सभी को अमीर बनने की इच्छा होती है, लेकिन हकीकत मे सभी लोग अमीर नहीं बन शकते। इच्छा के बावजूद परिणाम नहीं मिलने के कई कारण हो सकते हैं। जो इस प्रकार है-
- इच्छा की तीव्रता कम हो जाती है।
- अगर मन की प्रोग्रामिंग गलत हो।
- यदि प्रयास की मात्रा कम हो।
- अमीर होने के वैज्ञानिक नियमों के ज्ञान का अभाव।
- पैसा निवेश करने की जानकारी का अभाव।
इच्छा की तीव्रता कम हो जाती है :
अंग्रेजी का एक शब्द है विश और दूसरा है बर्निंग डिज़ायर। इसे इच्छा और लालसा कहा जा सकता है। जो अमीर बनना चाहते है, वह केवल इच्छा ही करते है और वो अपनी इच्छा को लालसा मे बदल नहीं शकते।
अमीर होने के लिए सब से प्रसिद्ध पुस्तक ‘थिंक एंड ग्रो रिच’ (नेपोलियन हिल) का सबसे पहला चेप्टर इस मुद्दे पर ही है।
मन की गलत प्रोग्रामिंग :
हमारे जीवन में परिणाम हमारे व्यवहार से आता है। हमारा व्यवहार हमारे विचारों से उत्पन्न होता है, हमारे विचार हमारे विश्वास से आते हैं। हमारी मान्यताएं हमारे मन की प्रोग्रामिंग का एक उत्पाद हैं। यदि जीवन मे कोई परिणाम न मिले या फिर गलत मिले तो इस के लिए किए गए प्रयास गलत हो शकते है।
यह गलत प्रयास गलत विचारो से आते है, गलत विचार गलत विश्वास(मान्यता) से होता है, गलत विश्वास गलत प्रोग्रामिंग का ही कारण होता है। जो लोग गरीब है, उन्होने अमीर बनने के लिए गलत प्रयास किए होते है। यह गलत प्रयास अमीर बनने के लिए गलत विचारो से होते है।
कई मान्यताए एसी होती है जो उन्हे अमीर बनने से रोकती है। जैसे-
मेरे पास अच्छे और बड़े लोगो का संपर्क नहीं है।
क्या आप जानते है? की जब धीरुभाई अंबानी इंडिया वापस आए थे तब उनकी कोई बड़े लोगो से पहचान नहीं थी। यह महत्व का नहीं है की आप किस बड़े लोगो को जानते है, बल्कि यह महत्व का है कि आप को किस मुकाम पर पहोचना है।
मेरी स्थिति ने मुझे अमीर नहीं बनने दिया। :
जब आप अमीर लोगो की जीवनकथा पढ़ेंगे तब आपको एहसास होगा की ज़्यादातर लोग अपने जीवन मे कई मुसीबतों और परिस्थितियों का सामना करके ही आगे बढ़े है।
स्टीफन होकिंसन की विकलांगता इतनी थी की सिर्फ आँखो के सिवा शरीर का कोई भी हिस्सा हिला नहीं शकते थे। लता मंगेशकर सिर्फ एक दिन के लिए ही स्कूल मे गए थे। एसे कई धनी व्यक्ति जिन्हों ने अपने जीवन मे मुसीबतों का सामना किया है।
वास्तव में, हमें विपरीत परिस्थिति से प्रोत्साहन मिलना चाहिए कि अगर मैं अमीर हो गया, तो मेरे बच्चों को ऐसी विपरीत परिस्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मुझमें आत्मविश्वास की कमी है। :
कई लोग एसी बाते करते है की अमीर बनने के लिए कोई बड़ा उद्योग या व्यवसाय करना पड़ता है। कोई बड़ा जोखमी काम करना पड़ता और मुजमे एसा आत्मविश्वास नहीं है की मै कोई जोखम उठा सकु, इसलिए मै अमीर नहीं बन शकता।
जीवन मे सफल होने की और अमीर बनने की तीव्र इच्छा ही हमे हमारे खोये हुए आत्मविश्वास को वापस लाने मे मदद करता है।
अमीर होने के लिए अब बहुत देर हो गई है। :
कई लोग एसा सोचते है की आधी जिंदगी तो निकल गई, अब अमीर बनने का समय निकल गया। लेकिन, क्या आप KFC अर्थात केन्टुकी फ्राइड चिकन के कोलोनल सेंडर्स के बारेमे जानते है? जिनकी तस्वीर सभी KFC के रेस्टोरंट पे होती है। उनकी अमीर बनने की शुरुआत 65 साल के बाद हुई थी।
वे 65 साल की उम्र मे अपनी रेसिपी ले कर अमेरिका के सभी रेस्टोरंट के मालिको को मिले लेकिन सभी लोगो ने उन्हे मना कर दिया। फिर भी बिना हारे हिम्मत से आगे बढ़े और प्रयास जारी रखा। उनको जब पहली सफलता मिली और पूरी दुनिया मे फैल गए और अमीर बन गए।
हमे यह याद रखना चाहिए की अमीर बनने के लिए कोई भी उम्र मे प्रयास शुरू किया जा शकता है।
मुझे असफलता का डर है। :
थॉमस आल्वा एडिसन ने कितनी असफलता के बाद बिजली के बल्ब का आविष्कार किया। एसे कई महानुभाव है जिनहोने अपने जीवन मे निष्फलता देखि है, लेकिन उन्होने हार नहीं मानी। कहने का अर्थ यह है की ‘डर के आगे जीत है’।
डर भी मन की एक प्रोग्रामिंग होती है, जिसे बदला जा सकता है। थोड़ा डर भी जरूरी होता है लेकिन यह डर जब हमे सकारात्मक उपाय लेने से रोकते है तब उसे जितना बहुत जरूरी होता है।
‘वही व्यक्ति हीरो बन शकता है, जो डर होने के बावजूद अगला कदम बढ़ाता है, और जीत हासिल करता है’।
प्रयास की मात्रा कम हो :
किसी भी अमीर व्यक्ति के जीवन के बारे मे जानेंगे तो उन मे एक बात समान जरूर होगी, वह है सभी लोग हर रोझ 16-18 घंटे कड़ी मेहनत करते है। इन मे से एक भी व्यक्ति एसा नहीं होगा जो सुबह 10 बजे से शाम के 6 बजे तक की नोकरी कर के अमीर बना हो।
कई लोग जिन्हे अमीर बनना है लेकिन उसके अनुरूप मेहनत करने के लिए तैयार नहीं होते है। एसे लोग कभी अमीर नहीं बन शकते। हमे खुद से सवाल करने चाहिए की हम दिन मे कितने घंटे मेहनत करते है और किस दिशा मे कर रहे है? इन सवालों के जवाब आपको अपने जीवन की वर्तमान स्थिति का अंदाजा देंगे।
अमीर होने के वैज्ञानिक नियमों के ज्ञान का अभाव।
आप ने कई लोगो को देखा होगा की रोझ 15 से 16 घंटे कड़ी मेहनत करते है लेकिन उनको इतना पैसा नहीं मिलता है। उस के सामने उतनीहि मेहनत करने वाली दूसरी व्यक्ति करोड़ो रुपे कमाती हो। इन दोनों की मेहनत मे क्या अंतर है?
पहले ग्रुप के लोग बिना कुछ जाने-सोचे सिर्फ मेहनत ही करते रहते है। उनके जीवन का एक मात्र सूत्र होता है, ‘पैसा कमाने के लिए कड़ी मेहनत करें’।
जब की दूसरे ग्रुप के लोग उतनी ही मेहनत करते है, लेकिन वह मेहनत सही दिशा मे और सही तरीके की होती है, और अमीर बनने के नियमो का वे लोग जाने-अनजाने मे पालन करते है।
क्या आप इन नियमो को जानते है? अगर नहीं जानते तो कभी जानने की कोशिश की है? इन सारे सवालो का जवाब आप को आपसे ही मिल जाएगा।
पैसा निवेश करने की जानकारी का अभाव।
दुनिया मे बहुत सारे लोग पेशेवर है, जो अपने व्यापार से हर महीने अच्छा कमाते है। लेकिन धन के निवेश (इंवेस्टमेंट) का ज्ञान न होने के कारण से उनकी संपत्ति उतनी बढ़ती नहीं जितनी होनी चाहिए। इसलिए सभी को यह ज्ञान लेना जरूरी होता है।
अमीर होने के कौन कौन से फायदे है ?
भगवान ने सभी के अंदर इच्छा नाम की जो चिझ रखी है वह मनुष्य के प्रेरक शक्ति के रूप मे काम करता है। जो मनुष्य को जानवरो से अलग करता है। आप याद करो की बचपन मे आपको कितनी इच्छाए थी। –
- मैं मेहनत से पढ़ाई करूंगा और बड़ी डिग्री हासिल करूंगा।
- मैं अपने सपनों का घर बनाऊंगा।
- मैं एक बहुत बड़ा व्यवसाय / नौकरी करूंगा।
- मैं अपने माता-पिता को बहुत खुश करूंगा।
- मैं पूरी दुनिया की यात्रा करूंगा।
- मेरे पास मेरी पसंद की कार होगी।
- समाज में बहुत नाम और प्रतिष्ठा कमाऊँगा।
- अपने माता-पिता को अच्छी तीर्थ यात्रा कराऊंगा।
- मेरे परिवार और मित्रो को खुश रखूँगा।
यह सारी इच्छाए सबको हुई ही होगी। अब सोचो की यह सब इच्छाओ को पूरी करने के लिए एक सब से जरूरी चीज़ जिसके बिना काम नहीं चलेगा। आप को जवाब मिल ही गया होगा। इस चीज़ का नाम है धन।
इन सभी इच्छाओ के अलावा भी कई छोटी-छोटी इच्छाए हमे दिन भर के दौरान होती है, जिसे पूरी करने के लिए धन की आवश्यकता होती है।
“लोग कहते है, धन से सब कुछ नहीं होता है।
हम कहते है की, मगर धन से बहुत कुछ होता है”।