बिहार परिचय :
बिहार भारत देश के पूर्वी हिस्से का राज्य है। यह राज्य क्षेत्रफल की द्रष्टि से 13वा राज्य है। बिहार एक एतिहासिक राज्य है। भारत देश के प्रथम राष्ट्रपति जो राजेन्द्र प्रसाद थे, उनका जन्म भी बिहार मे ही हुआ था।
बिहार की उत्तर दिशा मे नेपाल, दक्षिण मे झारखंड, पूर्व मे पश्चिम बंगाल और पश्चिम मे उत्तर प्रदेश स्थित है।
बिहार जन संख्या घनत्व की द्रष्टि से सभी राज्यो मे से प्रथम स्थान पर है।
बिहार राज्य का सामान्य तथ्य :
- स्थापना दिवस : 22 मार्च 1912
- राजधानी : पटना
- कुल जिले : 38
- सब से बड़ा शहर : पटना
- कुल क्षेत्रफल : 94,163 वर्ग किलोमीटर
- प्रथम मुख्य मंत्री : कृष्ण सिंघ
- राजकीय भाषा : हिन्दी
- राजकीय पक्षी : गौरेया
- राजकीय पशु : बैल
- राजकीय पेड़ : पीपल
- राजकीय फूल : गेंद फूल
- राजकीय चिन्ह : बोधि वृक्ष
- बिहार की सीमा : नेपाल, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश
- प्रमुख नदी : गंगा, सोन, घाघरा, कोशी, बागमती आदि।
- जनसंख्या: 10,40,99,000
- साक्षरता दर : 61.80%
- प्रमुख कृषि उद्योग : गेहु, मक्का, तिलहन, धान, तम्बाकू, केला आदि।
- पर्यटक स्थल : ब्रिटिश कालीन भवन, सीतामढ़ी, देव सूरी मंदिर, इस्कॉन मंदिर आदि।
- मुख्य नृत्य : झिझिया, पवादिया, करिया झूमर, धोबिया नृत्य
बिहार राज्य का इतिहास :
बिहार मे कई एतिहासिक स्थान पाये जाते है, जिनमे से मिथिला धार्मिक ग्रंथ और भारत के महाकाव्य रामायण मे वर्णित किया गया है।
मिथिला के राजा जनक की पुत्री माता सीता थी, जो भगवान राम की पत्नी है। जिसे वाल्मीकि द्वारा लिखित धार्मिक महाकाव्य रामायण मे वर्णन किया गया है।
महात्मा बुद्ध का जन्म भी गया बिहार भारत मे हुआ था, इस लिए बोद्ध सन्यासीओ के रुकने और विहार करने का स्थान बना रहता था, जिनके कारण विहार शब्द से बिहार नाम अस्तित्व मे आया।
प्राचीन समय मे मगध का साम्राज्य देश का सबसे शक्तिशाली साम्राज्य मे से एक माना जाता था।
12वी शताब्दी मे मगध मे मुहम्मद खिलजी के आक्रमण से बहुत सारा नुकसान हुआ, कई विश्वविद्यालाये नष्ट हो गई, कई बौद्ध भिक्षुकों को मार दिया गया। इस के बाद भारत मे जन्मे पठान शेरशाह सूरी ने सन 1540 मे हुमायु को पराजित किया और उत्तर भारत मे उसका साम्राज्य स्थापित किया।
इस प्रकार 11वी शताब्दी से 20वी शताब्दी तक मिथिला पर कई राजवंशो ने अपना शासन किया।
इस के बाद सन 1905 मे बंगाल का विभाजन हुआ और बिहार नाम का राज्य अस्तित्व मे आया। फिर बिहार मे से सन 1936 मे उड़ीसा को अलग किया गया। भारत देश की आज़ादी के बाद भी बिहार राज्य का विभाजन हुआ और इस मे से सन 2000 मे झारखंड नाम के राज्य को अलग कर दिया गया।
बिहार का भूगोल :
बिहार राज्य एक विशाल मैदानो वाला और पहाड़ी तथा नदियो वाला राज्य है। यहा की मुख्य नदी मे गंगा है, इस के अलावा कोशी, घाघरा, बूढ़ी, बागमती, सोन, किऊल, फल्गु आदि नदीया बिहार मे प्रवाहित होती है।
बिहार राज्य का उत्तरी भाग पर्वतीय क्षेत्र है, जो सोमेश्वर श्रेणी का हिस्सा है। इस श्रेणी का सर्वोच्च शिखर की उचाई 874 मीटर है। और सोमेश्वर श्रेणी के दक्षिण मे तराई क्षेत्र (नीचाई वाला हिस्सा) है।
बिहार के दक्षिण भाग मे इस राज्य का कुछ हिस्सा छोटा नागपुर का पठार मे जाता है। और उत्तर दिशा का कुछ हिस्सा हिमालय पर्वत की नेपाल श्रेणी की ओर जाता है।
बिहार के उत्तर वाले हिस्से कृषि योगी और उपजाऊ जमीन है। यहा गेहूँ, मक्का, सब्जी, धान, तम्बाकू, तिलहन, केला, आम और लीची जेसे फल का भी उत्पादन होता है।
बिहार राज्य के मध्य का हिस्सा विशाल मैदानो वाला है। जिसने बिहार के 95% भाग को समेट लिया है। यहा पर नदियों मे बाढ़ आने की सबसे बडी समस्या है।
बिहार मे देखने लायक स्थान :
स्थानो मे यहा की राजधानी पटना मे कई प्राचीन और मध्यकालीन इमरते स्थित है, जिन मे शेरशाह के द्वारा बनाए गए किले, अगमकुआं, कुम्रहार परिसर एवं महेण्डृघाट आदि समाविष्ट है।
इस के अलावा इस्कॉन मंदिर, महावीर मंदिर, माता सीता का जन्म स्थल सीतामढ़ी, महाबोधि मंदिर, पादरी की हवेली, विष्णु मंदिर (सुपौल), दुर्गा मंदिर, बड़ी पटनदेवी, छोटी पटनदेवी, सब से ऊंची काली मंदिर, सूर्य मंदिर, अमनौर वैष्णो धाम, दुर्गा मंदिर, नेचुआ जलालपुर रामवृक्ष धाम आदि पर्यटक स्थान है।
इस के बाद देखने के लिए गया एवं बोधगया जो बिहार राज्य के दूसरे सब से बड़े शहर है यहा भी महाबोधि मंदिर, थाई मंदिर, बर्मा का मंदिर, बौधनि पहाड़ी जो इमामगंज मे स्थित है, बुद्ध से जुड़ा पीपल का वृक्ष आदि प्रमुख स्थान है।
बिहार मे चंपारण, सीतामढ़ी जहा माता सीता का जन्म हुआ था, भागलपुर, देव सूर्य मंदिर, सासाराम आदि बहुत ही प्रसिद्ध स्थान यहा पर स्थित है।